"Whenever you can, share. You never know who all will be able to see far away standing upon your shoulders!"
I write mainly on topics related to science and technology.
Sometimes, I create tools and animation.
Let's dissect one of the (if not the) most beautiful equations in mathematics.
A demo tool for scraping share prices from Google Finance.
सत्य की प्यास और अन्तर्मन के प्रयास - ये दोनों ही दुनिया को अक्सर दिखाई नहीं पड़ते। लेकिन इनकी पीड़ा गहरी होती है और चोट घातक। और जब समय आता है... फिर रुकने वाले रुकते हैं कहाँ!
मेरी इब्तिदा नहीं, कोई इंतहाँ नहीं, पैदा अभी हुआ, अभी मौत आ गयी... हदों-वध पीर कदी-कदी बेइंतहाँ खुशी दी वजह बन जांदी ए!
मत पूछो हम कहाँ कहाँ और कौन सी बाज़ी हारे हैं... पर जीत के लाये हम देखो दुनिया के आँसू सारे हैं! A power-packed outburst.
जो फिज़ूल ही बरसों-बरस नाचा किया, वो मोर नहीं नो-मोर था! बदहाली और बदगुमानी का दौर निकल जाने के बाद दिल से निकले कुछ ख़याल, मुलाएज़ा फरमाइये.
बाँध हमने भी अपना सामान है लिया... बस ये समझ लो की अब गए तब गए! आइए ग़म को छूकर महसूस करें।
कितने जन्मों का स़वाब अब रंग लाया है, यकीन नहीं होता कि आपने हमें अपनाया है! अत्यधिक मिठास से भरी इस कविता से आप भी मुँह मीठा कीजिये!
This is pure love in the form of words! Pure, unconditional, selfless, all-giving love.
A humble attempt at explaining the relativity of physics and the physics of relativity, with special treatment to vector analysis. Some knowledge of calculus is required.
The thirst for truth and the efforts of the subconscious are both not visible to others. But their pain is severe and effect substantial. And when the time comes... these become unstoppable.
"वो लगन लगी, वो अगन जगी फिर मज़ा आ गया जीने में"
आज से फिर नए सफ़र में आरज़ू की रेल चली... ऊर्जा से ओत-प्रोत, उत्साह से सराबोर एक कविता प्रस्तुत है! ...देख कर मुझको ऐ साक़ी जाम क्यों शरमा गया आह इस पे भी मेरा नशा मेरा नशा है छा गया!
आइये कल्पना के पंखों पर सवार हो कर मंगल की सैर कर लें। एक विज्ञान-कथा। मंगल ग्रह पर समृद्धि अपनी चरमावस्था पर थी... वैज्ञानिक अपने प्रयोगों में मग्न था...