If you think backwards in time you may make some sense out of this non-story. I haven't been able to... nEVER!
When there is competition between a yogi's charm and his determination, which will win?
जब प्रतिस्पर्धा योगी के रूप और उसके निश्चय के बीच हो, तो विजयी कौन होगा?
The story of an unexpected helper to come in the life of great mathematician Bhaskaracharya.
भास्कराचार्य के गणित-प्रधान जीवन में अनपेक्षित ढंग से सहायिका बन के आने वाली उनकी धर्मपत्नी की कहानी
सत्य और परोपकार का रास्ता ही वेदान्त का रास्ता है, और इस रास्ते पर चलने वाला हर व्यक्ति वेदान्ती है, फिर चाहे वो इस कहानी के नायक भगत जैसा निपट गँवार ही क्यों न हो!
एक बालक की प्रेरणात्मक कहानी जिसका सत्य के प्रति प्रेम अनुपम व साहस अजेय थे।
"क्या इस तूफानी रात में आपकी झोपड़ी में एक अनजान मेहमान के लिए जगह है?" "घर की बात क्या करनी, दिल में है, फिर घर में तो बन ही जाएगी!"
The story of a kid whose courage and morals were invincible.
सब कुछ की चाह में है सब कुछ छोड़ दिया... अब फिर से सब कुछ के तलबगार बने बैठे हैं! एक कविता, एक जद्दोजहद!
Shackles, be those of iron or gold, serve just one purpose - tying you up, stopping you. And stopped, you are done!
ज़ंजीर चाहे लोहे की हो सोने की, दोनों का काम एक ही है - बांध लेना, रोक लेना। और जो रुक गए तो गए काम से!
Presenting some random pearls in the form of poetry...
Presenting some random pearls in the form of poetry...
सत्य की प्यास और अन्तर्मन के प्रयास - ये दोनों ही दुनिया को अक्सर दिखाई नहीं पड़ते। लेकिन इनकी पीड़ा गहरी होती है और चोट घातक। और जब समय आता है... फिर रुकने वाले रुकते हैं कहाँ!
मेरी इब्तिदा नहीं, कोई इंतहाँ नहीं, पैदा अभी हुआ, अभी मौत आ गयी... हदों-वध पीर कदी-कदी बेइंतहाँ खुशी दी वजह बन जांदी ए!
मत पूछो हम कहाँ कहाँ और कौन सी बाज़ी हारे हैं... पर जीत के लाये हम देखो दुनिया के आँसू सारे हैं! A power-packed outburst.
जो फिज़ूल ही बरसों-बरस नाचा किया, वो मोर नहीं नो-मोर था! बदहाली और बदगुमानी का दौर निकल जाने के बाद दिल से निकले कुछ ख़याल, मुलाएज़ा फरमाइये.
बाँध हमने भी अपना सामान है लिया... बस ये समझ लो की अब गए तब गए! आइए ग़म को छूकर महसूस करें।
कितने जन्मों का स़वाब अब रंग लाया है, यकीन नहीं होता कि आपने हमें अपनाया है! अत्यधिक मिठास से भरी इस कविता से आप भी मुँह मीठा कीजिये!
This is pure love in the form of words! Pure, unconditional, selfless, all-giving love.
The thirst for truth and the efforts of the subconscious are both not visible to others. But their pain is severe and effect substantial. And when the time comes... these become unstoppable.
"वो लगन लगी, वो अगन जगी फिर मज़ा आ गया जीने में"
आज से फिर नए सफ़र में आरज़ू की रेल चली... ऊर्जा से ओत-प्रोत, उत्साह से सराबोर एक कविता प्रस्तुत है! ...देख कर मुझको ऐ साक़ी जाम क्यों शरमा गया आह इस पे भी मेरा नशा मेरा नशा है छा गया!
आइये कल्पना के पंखों पर सवार हो कर मंगल की सैर कर लें। एक विज्ञान-कथा। मंगल ग्रह पर समृद्धि अपनी चरमावस्था पर थी... वैज्ञानिक अपने प्रयोगों में मग्न था...